ज्योतिर्मय प्रज्ञा-पुरुष को कोटिश: नमन.
इस प्रज्ञा पुरुष की पहचान सिर्फ इतनी ही नहीं थी। भारत को 2020 तक एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का उन्होंने न केवल सपना देखा था, बल्कि उसे साकार करने की ठोस रूपरेखा "विजन-2020" के रूप में सामने रखी।उन्होंने भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न बनाया। डीआरडीओ तथा इसरो जैसे उत्कृष्ट वैज्ञानिक संस्थान अपनी श्रेष्ठता के लिए उनके ऋणी रहेंगे।
डॉ. कलाम चाहते थे कि भारत के गाँवों में शहरों जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हों। अपनी इस योजना को उन्होंने प्रॉविजन ऑफ अर्बन फेसिलिटीज इन रुरल एरियाज (पुरा) नाम दिया। उनकी पुस्तकों ने देश के युवाओं में नये उत्साह और आत्मविश्वास का संचार करने के साथ ही उनमें राष्ट्र के लिए कुछ कर गुजरने का संकल्प जगाया।